“हाथो की सफ़ाई है बहुत ज़रूरी । गंदे हाथ का होना बीमारी को बोना”
सुधा सोसाइटी फाउंडेशन , जो एक एनजीओ संस्था है , ने अपनी ओपन स्कूल , अमासिवनी , रायपुर के हाथ धुलाई दिवस “छात्र छात्राओ के साथ १५ अक्तूबर को हाथ धुलाई दिवस मनाया ।श्री गोपाल कृष्ण भटनागर , चेयरमैन ने बताया कि वैश्विक हाथ धुलाई दिवस(. प्रत्येक वर्ष 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। वैश्विक अभियान बीमारी की रोकथाम के प्रमुख कारक के रूप में साबुन से हाथ धोने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। उचित हाथ धोने से श्वसन और आंत संबंधी बीमारियों को 25-50% तक कम किया जा सकता है। उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए 15 अक्टूबर 24 बच्चों और उनके परिवार जनों को और सफायर ग्रीन के निवासियों को साबुन, रूमाल, स्वच्छता संबंधी सामान आदि एकत्र करके बाँटी गई और इसे ओपन स्कूल के 50 बच्चों के बीच वितरित किया । साथ ही उनको विशेष -विशेष बाते बतायी गई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री भुवारलाल वर्मा प्रॉपरिटर ओम शांति निकेतन स्कूल Amaseoni थे.Sh. वर्मा सोसाइटीय के कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की.
इस दिन को मनाने का मकसद लोगों में हाथ धोने की आदत डालना और बीमारियों से बचाव करना है. हाथ धोने से कई बीमारियों से बचाव होता है. जब हम किसी से शेक हैंड या हाथ मिलाते है तब अगर हाथ साफ़ नहीं हो ,तो बीमारियों के कीटाणु एक हाथ से दूसरे हाथ में जाने का ख़तरा बना रहता है ।
गंदे हाथों से खाना खाने से थ्रोट इंफ़ेक्शन हो सकता है. सब को हाथ धोने का तरीक़ा भी सिखाया गया :-
हाथ धोने का सही तरीकाः
सबसे पहले लिक्विड साबुन को हाथों में लें और हथेलियों में रगड़ें.
दोनों हाथों को तब तक रगड़ें जब तक झाग न बन जाए. कम से कम २०-२५ सेकंड तक रगड़े ।
बीच-बीच में पानी से उंगलियों को फैलाकर आगे-पीछे, ऊपर-नीचे हर हिस्से को रगड़ें. नाखून को रगड़े ।
अंगूठे को अलग से अच्छी तरह साफ़ करें. सभी बच्चों ने और उनके परिवार के सदस्यों ने ये तरीक़ा सीख कर लाभ उठाया । सबने साफ़ पानी से हाथ धोने की प्रतिज्ञा की ।सोसाइटी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को भी उनके 93 जन्म थिति पर याद किया गया और नमन किया गया.
“हाथो की सफ़ाई है बहुत ज़रूरी । गंदे हाथ का होना बीमारी को बोना”
सुधा सोसाइटी फाउंडेशन , जो एक एनजीओ संस्था है , ने अपनी ओपन स्कूल , अमासिवनी , रायपुर के हाथ धुलाई दिवस “छात्र छात्राओ के साथ १५ अक्तूबर को हाथ धुलाई दिवस मनाया ।श्री गोपाल कृष्ण भटनागर , चेयरमैन ने बताया कि वैश्विक हाथ धुलाई दिवस(.Global Hand washing Day )प्रत्येक वर्ष 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। वैश्विक अभियान बीमारी की रोकथाम के प्रमुख कारक के रूप में साबुन से हाथ धोने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। उचित हाथ धोने से श्वसन और आंत संबंधी बीमारियों को 25-50% तक कम किया जा सकता है। उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए 15 अक्टूबर 24 बच्चों और उनके परिवार जनों को और सफायर ग्रीन के निवासियों को साबुन, रूमाल, स्वच्छता संबंधी सामान आदि एकत्र करके बाँटी गई और इसे ओपन स्कूल के 50 बच्चों के बीच वितरित किया । साथ ही उनको विशेष -विशेष बाते बतायी गई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री भुवारलाल वर्मा प्रॉपरिटर ओम शांति निकेतन स्कूल Amaseoni थे. श्री . वर्मा सोसाइटीय के कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की.
इस दिन को मनाने का मकसद लोगों में हाथ धोने की आदत डालना और बीमारियों से बचाव करना है. हाथ धोने से कई बीमारियों से बचाव होता है. जब हम किसी से शेक हैंड या हाथ मिलाते है तब अगर हाथ साफ़ नहीं हो ,तो बीमारियों के कीटाणु एक हाथ से दूसरे हाथ में जाने का ख़तरा बना रहता है ।
गंदे हाथों से खाना खाने से थ्रोट इंफ़ेक्शन हो सकता है. सब को हाथ धोने का तरीक़ा भी सिखाया गया :-
हाथ धोने का सही तरीकाः
सबसे पहले लिक्विड साबुन को हाथों में लें और हथेलियों में रगड़ें.
दोनों हाथों को तब तक रगड़ें जब तक झाग न बन जाए. कम से कम २०-२५ सेकंड तक रगड़े ।
बीच-बीच में पानी से उंगलियों को फैलाकर आगे-पीछे, ऊपर-नीचे हर हिस्से को रगड़ें. नाखून को रगड़े ।
अंगूठे को अलग से अच्छी तरह साफ़ करें. सभी बच्चों ने और उनके परिवार के सदस्यों ने ये तरीक़ा सीख कर लाभ उठाया । सबने साफ़ पानी से हाथ धोने की प्रतिज्ञा की ।सोसाइटी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को भी उनके 93 जन्म थिति पर याद किया गया और नमन किया गया.